मौसम की पहली बारिश पर कविता – Poem On Rainy Day In Hindi

Poem On Rainy Day In Hindi –  बारिश का मौसम किसको पसंद नहीं है, और पहली बारिश में भीगने का मज़ा ही कुछ खास होता है। बारिश जो धरती को नया जिवन दे जाती है, सुखे पेड़ों पर नए पत्ते उगती है, किसानों के दिल को राहत पहुंचाती है, और गरमी से छुटकारा दिलाती है।
 
बारिश का महत्व हमारे लिए बेहद खास होता है, और आज हम आपके लिए लाए है मौसम की पहली बारिश पर कविता हिंदी में, जो हसीन बारिश के खुबसूरती को शब्दों में बयां करती है, और बारिश के मौसम पर कविता के साथ बारिश का भरपूर आनंद लिजिए।
 
यदि आप बेहतरीन बरसात पर कविता की खोज में है, तो आपकी खोज यही पर खतम होती है, अपनी मनपसंद बारिश पर कविता प्राप्त करने के लिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े।

 

बरसात पर कविता हिंदी में 

आसमान में जब बादल छाए
जोरों से बिजली कड़क जाए
माटी की सुगंध आती है प्यारी
जब जोरो की बारिश आए।
 
मोर भी नाचे गाना जाए
मधुर धुन सबको सुनाए
हरे भरे हो जाते जंगल
जब जोरो की बारिश आए।
 
कलियां भी फुल बन जाए
कोयल भी गाना गाए
खेतों में फसले लहराए
जब जोरो की बारिश आए।
 
नदियां में पानी भर जाए
पहाड़ों पे हरियाली आए
पशु पक्षी सब खुश होते है
जब जोरो की बारिश आए।
 
सारी धरती जल मग्न हो जाए
समंदर में भी पाणी भर जाए
इस धरा पर नज़र आए हरियाली
जब जोरो की बारिश आए।
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सावन ऋतु पर कविता

सावन का महीना आए
साथ सपने बारिश लाए
सुखा पड़ा इस धरती पर
धरा को हरियाली देता जाए।
 
सावन का महीना जब आए
साथ अपने हवाएं लाए
बारिश की बुंदे आती है जब
चारों तरफ़ मिट्टी की खुशबू आए।
 
जब बारिश जोरों से आए
किसान अंदर ही अंदर मुस्काए
ईश्वर से करता है दुवा की
बारिश खेतों को हराभरा कर जाए।
 
बारीश जब तेज़ आए
चारों तरफ़ जल नज़र आए
नदियां, तालाब भर जाते है सब
जब सावन का महीना आए।
 
जब काले बादल आए
बिजली असमान में कड़कती जाए
आंखों से वे दृश दिखाता अनमोल है
जब असमान से बारिश आए।
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वर्षा ऋतु पर छोटी कविता

वर्षा ऋतु का होता है जब आगमन
चारों तरफ़ नज़र आए आनंद ही आनंद।
 
पेड़ों में देखो नई जान आई है
हर डाली जैसे निखर सी गई है।
 
पग_पग हरियाली नज़र आती है
जब बारिश इस धरती पर आती है।
 
कलियां देखो फुल बन जाती है
मधु मक्खियां फूलों के पास आती है।
 
ये धरती भी खिल जाती है
जब वर्षा इस धरती पर होती है।
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बरसात पर प्रेम कविता

बारिश की वो पहली बुंदे 
याद तेरी दे जाती है
साथ बिताए लम्हों की 
याद मुझे दे जाती है।
 
तेरे चेहरे की वो मुस्कान 
प्यारी बडी लगती है
तेरे माथे की बिंदी 
मुझे बड़ी भाती है।
 
तेरा मुझसे रूठ जाना 
दर्द मुझे भी होता है
नाराज ना हो पाता तुझ से 
प्यार बड़ा आता है।
 
बारिश में तुझ से लिपटना 
एहसास खास होता है
 जब हाथ पकडती हो मेरा
 वो लम्हा हसीन होता है।
 
तेरे बिन ना रह पाऊं 
तु पल_पल यादों में रहती है
बारिश की वो पहली बुंदे 
याद तेरी दे जाती है।
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बारिश पर रोमांटिक कविता

बारिश के इस मौसम से 
दिल की आग कहा बुझती है
तुम आके लिपटी हो इस तरह 
फिर आग दिल में लग जाती है।
 
बारिश में भीगी जुल्फें तेरी
कयामत ही कर जाती है
तेरे होंठों से टपकती बुंदे
प्यास दिल में जगा जाती है।
 
बारिश भीगा बदन तेरा
छूने को दिल करता है
आके लिपट जाऊ मैं तुझ से
ये दिल तुझे ही चाहता है।
 
असमान में जब बिजली कड़के
तु सीने से लिपट जाया कर
मैं साथ हूं तेरे हरदम
तु किसी बात की फिक्र ना कर।
 
बारिश की ठंडी हवाएं
पास हमें ले आती है
बारिश के इस मौसम में
आग सी लग जाती है।
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बारिश पर हास्य कविता

असमान में बिजली कड़के
आए है बादल काले बनके
चारों तरफ़ बारिश ही बारिश
अब हम घर से निकले कैसे।
 
जब भी बारिश से आया हु घर
ठंड से शरीर कप्पे थर_थर
मां ने बेहद डाट लगाई
बोली अब बारिश में ना जाना बाहर।
 
मां से की मेने फरमाइश
बनाकर भजिया पुरी कर ख्वाहिश
मां बोली बना देती हूं भजिया
जाके पहले थोड़े बर्तन तो घिस।
 
बारिश में जब निकलो घर से
छाता लिए निकलो घर से
छाता भी फटा पड़ा है
अब भीगने से बच पाऊं कैसे।
 
बारिश जब आए तेज़ी से
छुप जाता हूं बारिश डर से
सारे कपड़े भीगे हुए है
अब हम घर से निकले कैसे।
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बारिश पर बाल कविता

रिम_झीम रिम_झीम बारिश आए
बच्चों के मन को ये बड़ी भाए
कागज़ की बनाकर कश्ती
बारिश के पानी में खुब चलाए।
 
बारिश में बच्चे जब स्कूल जाए
रिम झीम बारिश में भीग जाए
कीचड़ में खेले भीगे बारिश में
फिर मां की बच्चे डाट खाए।
 
बारिश जब जोरो से आए
बच्चे उसमे खूब नहाए
उछल कूद मचाए भरपुर
एक दूसरे पर पानी उड़ाए।
 
बुंद_बुंद बारिश जब आए
बच्चे सब मन मर्जी खाए
गर्म भजिए पकोड़ी जेलेबी
इन सब का लुफ़्त उठाए।
 
बारिश से जब बाढ़ आए
स्कूल तब छुट्टी हो जाए
स्कूल से घर जल्दी जाना
बच्चों के मन को बड़ा भाए।
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बेमौसम बरसात पर कविता

ये बेमौसम बारिश भी कहर कर जाती है
कही तूफ़ान और कहीं बाढ़ ले आती है।
 
किसानों की मेहनत पर पानी फेर जाती है
किसानों की आत्महत्या का करना बन जाती है।
 
बेमौसम बारिश नदियों में सैलाब लाती है
बेहिसाब बारिश किसी का घर उजाड़ जाती है।
 
बेमौसम बारिश किसी मौसम में आ जाती है
अपने साथ बीमारियों को ले आती है।
 
ये बेमौसम बारिश भी कहर कर जाती है
किसी के सपनों को रौंद कर चली जाती है।
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बारिश की बूँदें कविता

आसमान से बुंदे जब इस धरती पर गिरती है
खिल जाती है कलियां हरियाली छा जाती है।
 
माटी की खुशबू रोम_रोम महका जाती है
नाचे जंगल में मोर चिड़ियां गाना गाती है।
 
पहाड़ों की दरिया से नदिया बहती जाती है
आखिर में नदिया भी समंदर से मिल जाती है।
 
बारिश छोटी बूंदों से बंजर जमीन उपजाऊ होती है
धरती पर उग पाता है अनाज सबको जीवन देती है।
 
आसमान से बुंदे जब इस धरती पर गिरती है
आती है हरियाली और ये धरती खुश हो जाती है।
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पहली बारिश पर कविता

पहली बारिश की बुंदे टिप_टिप जब आती है
किसानों के मन में खुशी की लहर छा जाती है।
 
गर्मी के मौसम से ये धरती गरम हो जाती है
पहली बारिश की बुंदे इसको शीतल कर जाती है।
 
जब_जब पहली बारिश की बुंदे नज़र आती है
आंखों को मिलता है सुकून गर्मी से राहत मिलती है।
 
धरती, नदिया, तालाब, झरने जब सूखे पड़ जाते है
पहली बारिश की बूंदों से ये फिर बहते नज़र आते है।
 
पहली बारिश की बुंदे टिप_टिप जब आती है
सबको देती खुशियां जीने की आस दे जाती है।
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कुछ आखरी बाते…..🖋️
 
दोस्तों, बरसात पर कविताएं संग्रह जो ख़ास कर आपके लिए लाया है, इसे लिखने में काफ़ी समय लगा है, इसके लिए मैं आपसे माफ़ी चाहता हूं, परंतु मैं चाहता था की आपके लिए कुछ नईं और बेहतरीन बारिश पर कविता हिंदी में प्रस्तुत करू, जो आपको पसंद आए।
 
यदि आपको मेरे द्वारा लिखी Poem on rainy day in hindi लेख पसंद आए, तो आपकी प्रशंसा दर्शाने के लिए और अन्य विषय पर जानकारी प्राप्त करने के लिए हमे कॉमेंट जरूर करें, और आपके द्वारा कोई सुझाव हो तो बेझिजक बताएं ताकी हम लेख की गुणवत्ता बढ़ा सके।
 
🙏 धन्यवाद 🙏

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