Koshish poem in hindi – कोशिश करने वालों की कविता

दोस्तों, कोशिश जो ज़िंदगी में निरंतर करता है और अपने लक्ष के प्रति निष्ठावान रहता है, उसे सफलता पाने से कोई नहीं रोक सकता, लेकीन जब हम निरंतर मेहनत करते जाते है और हमे असफलता मिलती है, तो हम निराश हो जाते है, मगर कोशिश करना कभी बंद मत किजिए और खुदको प्रेरित रखने के लिए Koshish poem in hindi को पढ़ते रहीए।

अगर आप अपने जिवन में देखोगे तो हर कोई कुछ पाने के लिए कोशिश करता है, लेकीन एक वक्त आता है जब उसे कमियाबी नही मिलती तो वो हार मानकर कोशिश करना छोड़ देता है, लेकीन क्या पता की एक और कोशिश से हमारा सपना पुरा हो जाए, तो खुदको मोटिवेट रखने के लिए कोशिश करने वालों की कविता जरूर पढ़े और कोशिश करना कभी बंद ना करे।

बेहतरीन कोशिश पर कविता संग्रह प्राप्त करने के लिए और हमेशा मोटिवेट रहने के लिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े।

कोशिश पर कविता

कुछ ना करने से बेहतर है
कुछ करने की कोशिश करना।

हाथ पर हाथ धरे बैठ ने से
जिंदगी में कुछ नहीं मिलता।

मजदूर जब रोज करता है काम
तब उसको भोजन है मिलता।

किसान जब बोता है दाना
तब इस धरा से अनाज है मिलता।

पंछी जब पहली उड़ान है लेता
पहले गिरता फिर उड़ना सीखता।

बच्चा जब चलने की कोशिश करता
गिरता पड़ता फिर वो चलता।

हिरा जब खान से है मिलता
तब उसका कोई मोल ना होता।

जब होती है उसकी गिसाई
फिर उसका रूप है निखरता।

तो फिर तू क्यू कुछ नहीं करता
यू किस्मत के भरोसे कुछ नहीं मिलता।

कुछ ना करने से बेहतर है
कुछ करने की कोशिश करना।
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Koshish par poem in hindi

Kuch na karne se behtar hai
Kuch karne ki koshish karna.

Hath par hath dhare baith ne se
Zindagi me kuch nahi milta.

Majdur jab roj karta hai kam
Tab usko bhojan hai milta.

Kisan jab bota hai dana
Tab is dhara se anaj hai milta.

Panchhi jab pehli udaan hai leta
Pehle girta phir udna sikhta.

Bacha jab chalne ki koshish karta
Girta padta phir wo chalta.

Hira jab khan se hai milta
Tab uska koi mol na hota.

Jab hoti hai uski ghisai
Phir uska roop hai nikharta.

To phir tu kyu kuch nahi karta
yu kismat ke bharose kuch nahi milta.

Kuch na karne se behtar hai
Kuch karne ki koshish karna.
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कोशिश करने वालों की कविता


हार नहीं होती है कभी
कोशिश करने वालों की।

मिल जाता है सब कुछ एक दिन
मंजिले होती है कोशिश करने वालों की।

होगा तू बार_बार असफल
मगर ये बात नहीं है डरने की।

वक्त लगेगा मिलेगी जरूर
ये हिम्मत होती कोशिश करने वालों की।

बुरी बाते भी सुननी पड़ेगी
इस दुनियां के लोगों की।

खुद के हौसलो को तू कर बुलंद
फिर आग लगेगी कुछ करने की।

कर लक्ष को तय अपने
बांध गठरी अपने हौसला की।

चल निकाल पड़ कोशिश करने
तब चाबी मिलेगी सफलता की।

हार, मायूसी, और नाकामियाबी
ये संकेत है सफ़लता मिलने की।

तू थोडी और कोशिश कर ले
एक दिन चढ़ेगा सीडियां अपने मंजिल की।
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Koshish karne walon ki poem in hindi

Haar nahi hoti kabhi
Koshish karne walo ko.

Mil jata hai sab kuch ek din
Manjil hoti hai koshish karne walo ki.

Hoga tu bar_bar asafal
Magar ye baat nahi hai darne ki.

Waqt lagega milegi jarur
Ye himmat hoti hai koshish karne walon ki.

Buri baate bhi sunani padegi
Is duniya ke logo ki.

Khud ke hoslon ko tu kar buland
Phir aag lagegi kuch karne ki.

Kar laksh ko tay apne
Bandh gathari apne hoslo ki.

Chal nikal pad koshish karne
Tab chabi milegi safalta ki.

Haar, mayusi, aur na kamiyabi
Ye sanket hai safalta milne ki.

Tu thodi aur koshish kar le
Ek din chadhega sidiya apne manjil ki.
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कोशिश कर कविता


कोशिश कर मेहनत से ना डर
अपने लक्ष को तू साकार कर।

खुली आंखों से देख सपने
तू सपनों को पूरा करने की कोशिश कर।

आयेगी विपदा तेरी रहो में भी
चलना भी पड़ेगा काटो पर।

तू इन सब बाधाओं को पार कर
अपने लक्ष को सामने रख कर।

तू निरंतर कोशिश कर
एक बार नहीं सौ बार कर।

तुझे भी मिलेगी सफलता
बस तू कभी ना बैठ हार मानकर।

हिरा भी घिसता है सौ बार
तभी आता है वो निखर कर।

असफल होने के भय से
तू कोशिश करना बंद ना कर।

कमियाबी पानी है अगर तो
अपने हौसला को कर बुलंद।

कोशिश कर मेहनत से ना डर
अपने लक्ष को तू साकार कर।
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Koshish kar poem in hindi

Koshish kar mehnat se na dar
Apne laksh ko tu sakar kar.

Khuli aankho se dekh sapne
Tu sapno ko pura karne ki koshish kar.

Aayegi vipada teri raho me bhi
Chalna bhi padega kato par.

Tu in sab badhao ko paar kar
Apne lakshya ko samne rakh kar.

Tu nirantar koshish kar
Ek baar nahi sau baar kar.

Tujhe bhi milegi safalta
Bas tu kabhi na baith haar kar.

Hira bhi ghista hai sau baar
Tabhi aata hai wo nikhar kar.

Asafal hone ke bhay se
Tu koshish karna band na kar.

Kamyabi pani hai agar to
Apne hoslon ko kar buland.

Koshish kar mehnat se na dar
Apne lakshay ko tu sakar kar.
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कोशिश कर हल निकलेगा कविता


विफलता ही है सफलता की चाबी
मेहनत से भविष्य निखरेगा
बार_बार अगर हो असफल तू
थोडी और कोशिश कर हल निकलेगा।

अंदर भर के हौसला को तू
हिम्मत कभी ना टूटने देना
कई साल की मेहनत को तू
व्यर्थ कभी ना जाने देना।

अगर लगे की तू सफ़ल ना होगा
एक कोशिश जरा कर ही लेना
हो सकती है एक और कोशिश भी सफल
थोडा परिश्रम कर ही लेना।

मंजिल नहीं होती है आसन
इसे पाने में थोडा पसीना निकलेगा
मेहनत कर तू दो गुनी
थोडी और कोशिश कर हल निकलेगा।
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Koshish kar hal niklega poem in hindi

Vifalta hi hai safalta ki chabi
Mehnat se bhavishya nikhtega
Baar baar agar ho asafal tu
Thodi koshish kar hal niklega.

Andar bhar ke hosle ko tu
Himmat kabhi na tutne dena
Kai saal ki mehnat ko tu
Vyarth kabhi na jaane dena.

Agar lage ki tu safal na hoga
Ek koshish jara kar hi lena
Ho sakti hai ek aur koshish bhi safal
Thoda parishram kar hi lena.

Manjil nahi hoti hai aasan
Ise pane me thoda paseena niklega
Mehnat kar tu do guni
Thodi aur koshish kar hal niklega.
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कोशिश करने वालों की हार नहीं होती कविता

लक्ष्य के प्रति सच्ची निष्ठा हो अगर
जिंदगी में सफ़लता उसे ही मिलती
जो करता है दिल से निरंतर कोशिश
उसकी ज़िंदगी में कभी हार नहीं होती।

संशोध कर्ता करते है निरंतर कोशिश
हज़ार बार प्रयोग विफल हो जाता
निरंतर कोशिशें करने से
अपने प्रयोग में सफ़लता वो पाता।

चिड़ियां का बच्चा जब जन्म लेता
उड़ने की कोशिश वो बार_बार करता
निरंतर उड़ने की कोशिश से
आसमान में उड़ना वो सिखाता।

जब पानी की खोज में
मजदूर जमीन में गढ़ा खोदता
ना जाने कितनी कोशिशों से
उसको शीतल जल है मिलता।

काम हो कोई भी जिंदगी में
एक दिन में सफ़लता नहीं मिलती
जो करता है दिल से निरंतर कोशिश
उसकी ज़िंदगी में कभी हार नहीं होती।
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Koshish karne walo ki kabhi haar nahi hoti poem

Lakshay ke prati sachi nishtha ho agar
Zindagi me safalta use hi milti hai
Jo karta hai dil nirantar koshish
Uski zindagi me kabhi haar nahi hoti.

 

Sanshodhan karta karte hai nirantar koshish
Hajar baar prayog vifal ho jata
Nirantar koshish karne se
Aapne prayog me safalta wo pata.

 

Chida ka bacha jab janm leta
Udne ki koshish wo bar_bar karta
Nirantar udne ki koshish se
Aasman me udna wo shikhta.

 

Jab pani ki khoj me
Majdur jamin me gadha khodta
Na jane kitni koshishon se
Usko shital jal hai milta.

 

Kam ho koi bhi zindagi me
Ek din me safalta nahi milti
Jo karta hai dil se nirantar koshish
Uski zindagi me kabhi haar nahi hoti.
✳️❇️✳️❇️✳️

कुछ आखरी बाते…..🖋️


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