Guzra Waqt Shayari In Hindi | मुश्किल दौर पर शायरी

Guzra Waqt Shayari In Hindi: वक्त एक ऐसी चीज़ है जो हर इंसान के साथ जुड़ी है, और वक्त के साथ सभी के अपने अपने अनुभव है, कभी किसीने बुरा तो कभी अच्छा वक्त देखा है, कभी किसी ने ठोकर खाई है तो वक्त के साथ कोई संभल गया है।

दोस्तो इसी वक्त को हमने शायरी के शब्दो में पिरोया है। Waqt Shayari जो आपको जीने का हौसला देगी तो कभी बुरे वक्त के घाव पर मरहम लगाएगी। होसकता हैकी आपका वक्त के साथ कोईभी अनुभव हो, इसे आप guzrta wakt shayari के जरीए दुसरो के साथ शेयर कीजिए।

इस पोस्ट में हम आपके लिए लेके आए है कुछ बेहतरीन Guzra Waqt Shayari In Hindi में जो आपको बेहद पसंद आयेगी।

 

Waqt badalta hai shayari
वक्त पर शायरी

गुजरता है वक्त साथ अपने बदल जाते है, दूसरो से क्या शिकायत करे जब अपने साथ छोड़ जाते है।

वक्त को बदलते हमने भी देखा है, रिश्तों को दम तोड़ते हमने भी देखा है, सुख में तो सब साथ देते है, बदलते वक्त में अपने ही धोका देते है।

बदलता वक्त हालात बदल देते है, गुरुर ना कर, अमीरों को और गरीबों को एक ही जगह दफनाते देखा है।

यूं ढल जाता है वक्त समय के पाबंदी के साथ, देखना ये है वक्त कितना होगा जिंदगी के साथ।

दिन गुजरता रहा वक्त ढलता रहा, इस जिंदगी के सफ़र में, रिश्तों का लहजा बदलता रहा।

 

Waqt shayari in hindi 2 line
बुरे वक़्त की शायरी 

समय का पैया भी कुछ अजीब सा था, मांगते थे हम वक्त उनसे, वो किसी और के साथ वक्त गुजरता रहा।

चलने लगे थे वक्त के साथ, तो रिश्ते साथ छोड़ने ने लगे, और ना चले वक्त के साथ, तो जिंदगी से हारने लगे।

ना सोचा था कभी के ऐसा भी वक्त आएगा, बदलते वक्त के साथ तु भी बदल जाएगा।

आंखों में नमी थी, अब बातों के सिलसिले ना रहें, साहब ये वक्त बुरा ना था, वक्त के साथ अपने बदल गए।

गुजरते गुजरते हम यूं ही गुजर जायेंगे, वक्त ना सही एक दिन हम ही गुजर जायेंगे।

 

Badalte waqt aur halat hindi shayari
वक़्त ज़रूर बदलेगा शायरी

गुजर गया है वक्त और अब मेरे हालात खराब है, जिसे माने थे जिंदगी का बेहतरीन हिसा, अब वो हमसे नाराज़ है।

हालात मेरे क्यो देखते हो, मेरा वक्त खराब है, यू हार के ना जाऊंगा, ये वक्त है जनाब इसे बदलते देर नहीं लगती है।

बदलता वक्त सिखा गया हमे बाते सुनना, बदलते हालात सीखा गए हमे बाते सहना, एक वक्त था हम नवाब हुआ करते थे और हमारी बातो में मगरुर हुआ करते थे।

बुरे हालात किसे पसंद है साहब, ये वक्त वक्त की बात है, और बदलता वक्त काफ़ी कुछ बदल जाता है।

बीते हुए वक्त को सोचा नहि करते, जो अपने है उन्हें कभी खोया नही करते, हासिल होती है उन्हें ही कमियाबी जो वक्त और हालत पर रोया नहीं करते।

 

Guzre waqt shayari
गुज़रे वक़्त की शायरी

गुजरे हुए वक्त को हम याद क्यू करे, यू हार जाने का गम क्यू करे, गलती थी हमारी तो शिकायत हम दुसरो से क्यू करे।

के इंतज़ार था उनका मुझे, वक्त मिन्नते करता रहा गुजार मुझे, के चला मै रूठ कर आवाज़ तक ना दी उसने, मै दिल में चीखता रहा फुकार मुझे।

इश्क की बात ना करो जनाब जले बैठे है, और इस इश्क के आगे सब कुछ हारे बैठे है।

गुजरते वक्त ने लब्ज़ छीन लिए हमारे, वर्ना हम भी खुब बात किया करते थे, और किसी के इश्क में खुब हस लिया करते थे।

यूं तो हर दिन गुजर जाता है कामों में, कमबख्त ये रात का वक्त है तेरी यादों का पिछा नही छोड़ता।

 

Waqt ki shayari
वक्त और हालात शायरी

जिंदगी ने मेरे दर्द का क्या खुब इलाज़ सुझाया, वक्त को दवा बताया, और ख्वाहिशों से परहेज़ बताया।

ये वक्त भी हकीम से कम नहीं होता, वक्त गुजरता जाता हर मर्ज की दवा देता जाता।

बुरा वक्त आएगा, कुछ सीखला के जायेगा, तु हौसला ना हार, तु कुछ बनके जायेगा।

वक्त तो होता ही है बदलने के लिए, साहब ठहरे तो सिर्फ़ लम्हे है।

साथ कोई हो ना हो हौसले नही टूट जाते, वक्त की धुंध से इरादे नही टूट जाते, लोग कहते है मेरा सपना टूट गया, नींद खुल जाति है सपने नहीं टूट जाते।

 

Guzra hua waqt shayari in hindi
बीता हुआ समय शायरी

हसीं है जिंदगी इसे प्यार करो, ये रात भी ढल जायेगी सुबह का इंतजार करो, हर चीज़ मिल जायेगी जिसकी क्वाहिश है तुम्हे, खुद पर रखो एतबार तुम्हारा भी वक्त आएगा।

हर कश्ती बीना हौसलों से पार नहीं होती, गुजरते हुए वक्त से किसी की हार हार होती, रख हिमत तू हौसला जुटा जरा, कोशिश करने वाले की कभी हार नहि होती।

गुजरा हुआ वक्त है जो बेकार था हमारा, अगर यही सोच कर रुक गए तो भविष्य कुछ नही हमारा।

बुरे वक्त में ही असली रंग दिखता है, दिन के उजालों में तो पानी भी साफ़ दिखता है।

मोहब्बत से अच्छा तो वक्त है यारों, मोहब्बत जख्म दे जाति है, और वक्त मरहम लगा जाया है।

 

Shayari on guzra hua waqt
बीता हुआ समय कभी नहीं लौटता

गुजरा हुआ वक्त कभी वापस नहीं आता, जो बुरे वक्त में साथ छोड़े वो अपना नहीं होता, तु वक्त के भवंडर को पहचान जरा, कोन अपने और कोन पराए इसे पहचान तु जरा।

ये समय का चक्र है आंखे फेर लेता है, और शेर को भी कुत्ता घेर लेता है।

ये वक्त का घेरा है यहां शहनशा भी फ़कीर बन जाता है, और बाजियां नहीं जिंदगी भी पलट जाता है।

कपड़े और चेहरे सब धोका है जनाब, इंसान की फितरत तो वक्त दिखाता है।

आज बुरा है तो क्या हुआ आज बुरा है तो कल अच्छा आयेगा, ये वक्त ही तो है बदल जाएगा।

कुछ आखरी बाते…..🖊️
दोस्तो! आशा करता हू की आपको guzra hua waqt shayari in hindi जरूर पसंद आईं होंगी, आपकी खुशी ही मेरे लिए हौसला है, और इसी खुशी को दर्शाने के लिए और अन्य कोई सुझाव के लिए मुझे comment जरूर कीजिए। और ज्यादा से ज्यादा शेयर किजिए।
आपके हौसले वक्त के साथ और बुलंद हो यही दुआ करता हु। 😊

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