Best Poem On Nani Maa In Hindi – बचपन में आपने नानी से अच्छी_अच्छी कहानियां सुनी होगी, और नानी के साथ मस्ती भी की होगी। नानी हो या दादी, मां के बाद सबसे ज्यादा यहीं व्यक्ती हमारा खयाल रखती हैं, और हम कितने भी बड़े हो जाए हमारे नानी के संग बिताए लम्हों को नहीं भुल सकते।
घर में बुजुर्गो का होना काफ़ी महत्वपूर्ण होता हैं, नानी और दादी भगवान का दीया उपहार होती हैं, जो हमारा बचपन से लेकर बड़े होने के बाद भी निस्वार्थ खयाल रखती हैं, और नानी के प्यार को जाहिर करने के लिए आज हम आपके लिए लिखीं हैं, Poem On Nani Maa In Hindi. जिसे आप पढ़ने के बाद नानीके साथ बिताए बचपन के लम्हों को जरूर याद करोगे।
आज मैंने मेरी प्यारी नानी मां पर कुछ कविताओं की पंक्तियां लिखीं हैं, जो मेरे बचपन की यादों से जुड़ी हुईं हैं, आशा करता हूं की आपकों भी इन पंक्तियों में दादी और नानी की याद दिलाए।
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नानी का घर पर कविता
Poem on nani ka ghar in hindi
गांव में था प्यारी नानी का घर,
गर्मी की छुट्टियां बिताते हम जिधर,
ना स्कूल जाने की फिकर,
ना था पढ़ाई का था कोई डर,
नानी की वो प्यारी गोद,
जहा सोता था मैं हर रोज़,
वो राजा रानी की कहानियां,
नानी बताती थी हर रोज़,
जो मांगो वो चीज़ झट से मिल जाता थी,
नानी हर रोज़ कुछ नया खिलाती थी,
आंचल में अपने लेकर धुप से बचाती थी,
मां की कमी वो ही पूरा कर देती थी,
सब मिलकर सब नानी के घर रहते थे,
हसी खुशी हम भाई बहन धूम मचाते थे,
बड़े सब मिलकर अपनी बातों में डूब जाते थे,
हम छोटे बच्चे गज़ब के खेल खेलते थे,
नानी के खेतों में थे संतरे के बगीचे,
बड़े छोट सब उसे चट कर जाते,
सारा दिन मौज करते हुऐ बीत जाता,
छुट्टियों का वक्त नानी के संग बीत जाता,
मस्ती का पिटारा था मेरे नानी का घर,
आज भी याद आता हैं प्यारी नानी का घर।
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मेरी नानी पर कविता
Poem for nani in hindi
मेरी नानी प्यारी नानी,
हैं तू मुझको सबसे प्यारी,
प्यारे प्यारे गीत सुनाती,
नींद ना आए कहानी सुनाती,
भुल लगे तो खाना खिलाती,
नींद आए तो गोद में सुलाती,
मेरी उंगली पकड़कर चलना सिखाती,
गिरने पर तू झट से मुझे उठाती,
गोद में अपने मुझे लिए चलती,
धूप लगे तो अपने आंचल में छुपाती,
नानी मुझको हर बात सिखाती,
रोज़ मुझको रामायण का पाठ पढ़ाती,
बीमारी का ईलाज वो अच्छे से जानती,
घरेलू नुस्खे आजमा कर बीमारियों को भगाती,
सबको वो एक साथ लिए चलती,
मुश्किलों का हल वो झट से निकालती,
मुझे हसने थोड़ी नादानी करती,
हस पडू तो मेरे गालों को चूमती,
मेरी नानी प्यारी नानी,
हैं तू मुझको सबसे प्यारी।
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नानी माँ पर कविताएँ
Poem on nani maa in hindi
सीधी साधी मेरी नानी,
ख़ूबसूरत हैं उसकी कहानी,
गांव से जब वो मेरे घर आए,
खट्टे मिठे फल वो लाए,
प्यार वो फल मुझे खिलाए,
साथ सेव कचोड़ी भी वो लाए,
सुबह सुबह वो मुझे उठाए,
रोज मुझे वो गरम पानी से नहलाए,
नए नए कपड़े पहनाए,
फिर बालों को कंगी करवाए,
हाथ पकड़ कर मंदिर वो ले जाए,
भगवान का प्रसाद दिलवाए,
रोज नानी गय्या का दूध पिलाए,
मुझे वो सेहत मंद बनाए,
नानी जब घर पर आए,
सारा घर खुशियों से भर जाए,
मेरे संग रोज गप्पे लड़ाए,
मुझको प्यारे गीत सुनाए,
भोली भाली मेरी नानी,
ख़ूबसूरत हैं उसकी कहानी।
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नाना नानी पर कविता
Nana nani poem in hindi
नाना नानी है मेरे पहले दोस्त,
जो मस्ती करे मुझ संग हर रोज,
नाना घुमाने ले जाए मंदिर,
नानी ले जाए अपने दोस्त के घर,
नाना खिलाए रोज आइस क्रीम,
नानी भी हमारे संग आए,
बड़े चाव से नानी मेरी,
आइस्क्रीम को चट कर जाए,
नानी जब सर्दी हो जाए,
नाना तब डाट लगाए,
कहे नाना नानी से,
तू इतनी आइस क्रीम क्यू खाए,
नाना मुझको कंधे पे उठाए,
कभी नाना घोड़ा बन जाए,
भाग दौड़ इधर उधर,
पूरे घर की सेहर करवाए,
नानी भागे मेरे पीछे,
मैं भागू आगे आगे,
नाना नानी हैं मेरे पहले दोस्तों,
जो मेरे लिए हर रोज़ ज्यागे।
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दादा दादी – नाना नानी पर कविता
Dada dadi – nana nani kavita
दादा दादी – नाना नानी,
इनकी हैं मजेदार कहानी,
बाते होती इधर उधर की,
जब मिल बैठे सब एक जगा,
सब मिलकर हमे प्यार करे,
किसे सुनाएं उनके बचपन की,
कभी सुनाए भूत की कहनी,
कभी होती राजा रानी की,
दादा नाना मिलकर मुझको,
मेला दिखाने ले जाए,
झूले में मुझको झुलाए,
जो मांगू सब मिल जाए,
जब स्कूल की छुट्टी हो जाए,
भाग दौड़ कर मै घर पर जाऊ,
दादा दादी – नाना नानी को,
दिन भर का अपना हाल बताऊ,
सबसे अच्छे सबसे प्यारे,
मैं हूं उनका दुलारा,
दादा दादी – नाना नानी,
मिलकर बने घर हमारा।
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मेरी प्यारी नानी मां कविता पर अनमोल बात:
नानी मां पर लिखीं कविता उनके प्यार और कोमलता को दर्शाती हैं, और आशा करता हूं की मेरे द्वार लिखीं गई नानी कविता आपकों जरूर पसंद आए। नानी पर कविता की पंक्तियां अगर आपकों पसंद आए तो अपनी प्रशंसा दर्शाने के लिए हमे कॉमेंट कर के जरूर बताएं।