कोलेस्ट्रॉल कम करने की डाइट | Best food for cholesterol control in hindi

Best food for cholesterol control in hindi – कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से अगर परेशान हैं, तो इस लेख को जरूर पढ़े।

आज हम इस लेख में कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए इस विषय में बात करने जा रहे हैं, क्योंकि कोलेस्ट्रॉल की समस्या आज दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहि हैं, जिसका कारण हमारी खराब जीवनशैली, नशीले पदार्थों का सेवन और खराब खान पान भी हो सकता हैं।

शरीर कोलेस्ट्रॉल बढने के कारण स्ट्रोक, हृदय संबंधित बीमारी, मधुमेह और ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ सकता हैं, और हमे इन बीमारियों से निपटने के लिए लाखों रुपए भी खर्च करना पड़ सकता हैं। 

लेकिन हम कुछ खास बातों का ध्यान रख कोलेस्ट्रॉल बढने की समस्या को कम कर सकते हैं, और और गंभीर बीमारिया होने से भी बच सकते हैं।

 

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कोलेस्ट्रॉल क्या होता है 

कोलेस्ट्रॉल प्रोटीन और लिपिड से बना तत्व होता हैं, जो द्रव के रुप में मौजूद रहता हैं, और इसे लिपोप्रोटीन भी कहा जाता हैं। शरीर में लीवर द्वारा निर्मित मोम या वसा को कोलेस्ट्रॉल कहा जाता हैं। शरीर में कोलेस्ट्रॉल का होना महत्त्वपूर्ण होता हैं, जो हमारे शरीर की विभिन्न क्रियाओं को संपन्न करने में हमारी मदद करता हैं। 


कोलेस्ट्रोल शरीर में एस्ट्रोजेन, प्रोजेस्टेरॉन, टेस्टोस्टेरॉन, कोर्टिसोल और एल्डोस्टेरॉन का निर्माण करने में मदद करता हैं, और शरीर में मौजूद फैट को आसानी से पचाता हैं। कोलेस्ट्रॉल शरीर में विटामीन डी के निर्माण में अहम भूमिका निभाता हैं।

लेकिन कोलेस्ट्रॉल का स्तर अगर खून में बढ़ जाए तो यह धमनियों (Arteries) के दीवार को चिपक जाता हैं, जिस कारण धमनिया चोटी या बंद भी हो सकती हैं, और आपको कोरोनरी धमनी रोग और अन्य हृदय रोगों के जोखिम के तरफ ले जाता है।
कोलेस्ट्रॉल के दो प्रकार होते हैं।

१. लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन (LDL). इसे खराब कोलस्ट्रॉल भी कहा जाता हैं, जब शरीर में LDL का स्तर अधिक हो जाता हैं तब ये धमनियों में जमा होने लगाता हैं जिस कारण धमनी छोटी या बंद होने लगती हैं, और ह्रदय रोग या स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता हैं।


२. हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन (HDL). जिसे अच्छा कोलेस्ट्रॉल भी कहा जाता हैं, और ये शरीर के कार्यों को ठीक तरह चलाने में भी मदद करता हैं। HDL हमारे शरीर में मौजूद अन्य हिसो से खराब कोलस्ट्रॉल को लिवर तक ले जाता हैं और लिवर खराब कोलस्ट्रॉल को शरीर से बाहर निकालता हैं।

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के क्या कारण है 

कोलेस्ट्रॉल का स्तर शरीर में बढ़ने से हमें दिल की बीमारियों का सामना करना पड़ता हैं, लेकिन हम अगर कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारणों को जान लेते हैं, और वक्त रहते सही कदम उठाते हैं तो शरीर में लो-डेंसिटी लिपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल या खराब कोलस्ट्रॉल को बढ़ने से रोक सकते हैं।


नीचे दिए गए निर्मलिखित कारणों से शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता हैं।
सैचुरेटेड फैट आहार का अधिक सेवन:
फास्ट फूड, बेकरी उत्पादन, मीट, तले पदार्थ, मीट और पाम ऑयल ना खाएं, इसमें में सैचुरेटेड फैट की मात्रा अधिक होता हैं जिस कारण ख़ून में लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन का स्तर बढ़ जाता हैं, जिस वजह से कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता हैं।

गतिहीन जीवनशैली:

अगर आपका वजन और मोटापा बढ़ रहा हैं इसका मतलब आपकी जीवन शैली गतिहीन हैं, इसके कारण शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल कम होकर खराब कोलस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने लगाता हैं, और वजन के कारण रक्त प्रवाह भी बाधित हो जाता हैं।

धूम्रपान अधिक करना:

अगर आपका ब्लड प्रेशर बढ़ गया हैं, और आप लंबे समय से धूम्रपान कर रहें हैं, तो डॉक्टर आपकों कोलेट्रॉल की जांच करने की सलाह देते हैं, क्योंकी धूम्रपान से खराब कोलेट्रॉल का स्तर बढ़ जाता हैं और रक्त धमनियां कठोर होने लगती हैं, जिसकी वजह से ह्रदय तक ऑक्सीजन नहीं पोहोच पाता हैं, जिस कारण ह्रुदय रोग या धमनियों से जुड़ा रोग भी हो सकता हैं।

बीमारियां: 

जब भी हमारा शरीर पीसीओएस, हाइपोथायरायडिज्म, डायबिटीज, किडनी डिजीज, एचआईवी और सोरियासिस जैसी बीमारियों से ग्रसित हो जाता हैं, जिसकी वजह से शरीर में खराब कोलस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता हैं।

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण क्या है 

रक्त में कोलेट्रॉल का स्तर बढ़ने के कारण हमे नीचे दिए गए लक्षण शरीर में दिख सकते हैं।
त्वचा का पिला पड़ना ये कोलेट्रॉल का स्तर बढ़ने का मुख्य कारण हैं।

  • पेट में अकसर दर्द रहना।
  • अक्सर सीने में दर्द को महसूस करना।
  • पैरों के निचले हिस्से में दर्द और सूजन रहना।
  • थोड़ी शारीरिक मेहनत के बाद ज्यादा थकान महसूस करना।
  • रक्तचाप कमी की समस्या होना।
  • दिल की धड़कोनो की गति हरदम असामान्य रहना।

इस प्रकार के कोई भी लक्षण अगर आप महसूस कर रहें हैं, तो ये रक्त में खराब कोलस्ट्रॉल बढ़ने के संकेत हो सकते हैं, ऐसा कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और डॉक्टर द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करे।

Best food for cholesterol control in hindi

कोलेस्ट्रॉल कम करने के उपाय


दोस्तों, आप ये तो जान गए होगे की कोलेस्ट्रॉल क्या होता हैं, इसका रक्त में बढ़ने का कारण क्या हैं, और कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के बाद हमे शरीर में क्या लक्षण नज़र आ सकते हैं। अगर समय रहते हम कोलेट्रॉल के लक्षणों को भाप लेते हैं, और निचे दिए गए बातों का पालन करें तो रक्त में खराब कोलस्ट्रॉल के स्तर को कम किया जा सकता हैं। 

कोलेट्रॉल को नैसर्गिक तरीकों से कम करने के लिए हमे ये जानना जरूरी हैं, की कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए जिसे निचले हिस्से में विस्तार से बताया गया हैं।

 

कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए क्या खाना चाहिए

ज्यादा तर कोलेट्रॉल बढ़ने की समस्या खराब आहार और खराब आदतों की वजह से होती हैं, अगर हम दैनंदिन जीवन में कुछ अच्छी आदतों को शामिल करते हैं तो कोलेट्रॉल बढ़ने की समस्या से निजात पा सकते हैं।

१. फाइबर युक्त भोजन का सेवन करें

हमे दैनंदिन जीवनमें साबुत अनाज का अधिक मात्रा में सेवन करना चहिए क्योंकि इसमें अधिक मात्रा में फाइबर होता हैं, जो हमारे पाचनतंत्र को मजबूत करने में हमारी मदद करता हैं, और खराब कोलस्ट्रॉल को अवशोषित करने से रोकने में मदद करते हैं, साथ ही फाइबर धमनियों में कोलेस्ट्रॉल को जमा होने से रोकता हैं।

२. हरी सब्जियों का अधिक सेवन करें

हमे रोजाना जंक फ़ूड की जगह हरी सब्जियों का सेवन करना चहिए, इसका कारण यह हैं की इसमें कोलेट्रॉल नहीं होता हैं, और इसमें मौजूद पोषक तत्त्व शरीर में एचडीएल की मात्रा को बढ़ाकर एलडीएल की मात्रा को कम करने में मदद करता हैं। कोलेट्रॉल को बढ़ने से रोकने के लिए पालक, मेथी, ब्रोकली, मटर, गाजर आदि जैसी ताजी सब्जियां अपने आहार में शामिल करें।

३. ताजे फलों का अधिक मात्रा में सेवन करें

हरी सब्जियों जैसे ताजे फलों में भी पौष्टिक तत्वों की भरमार होती हैं और ताजे फलों में कैलोरी की मात्रा कम पाई जाती हैं, जो हमारे शरीर से वसा को कम करने में हमारी मदद करता हैं। ताजे फलों में फाइबर, पोटेशियम, विटामिन सी जैसे मिनरल्स पाए जाते हैं जो अच्छे कोलेट्रॉल को बढ़ाकर खराब कोलस्ट्रॉल को शरीर से बाहर निकालने में मदद कर सकते हैं। हमे रोजाना केले, सेब, अंगूर, संतरा, किवी और अन्य फलों का सेवन करना चाहिए।

४. पेय पदार्थों में ग्रीन टी का सेवन करें

चाय, कॉपी या कोल्ड ड्रिंक्स की जगह हमे रोजाना ग्रीन टी का सेवन कराना चाहिए। ग्रीन टी को वजन घटाने के लिए कारगर माना जाता हैं, साथ ही इसमें प्रचूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट भी मौजूद होते हैं, जो शरीर के मुक्त कानों को शरीर से बाहर निकाल खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता हैं।

५. ओमेगा -3 फैटी एसिड में उच्च मछली खाएं

ओमेगा 3 फैटी एसिड रक्त में एलडीएल के स्तर को कम कर एचडीएल के स्तर को बढ़ाने में मदद करता हैं। इतना ही नहीं हमारे हृदय में रक्त के थपके जमने से रोक सूजन को कम करने में मदद कर सकता हैं, और हार्ट अटैक के खतरे से बचाता हैं। मछली ओमेगा 3 फैटी एसिड का अच्छा स्रोत होती हैं, तो हमे आहार में सामन, टूना और मैकेरल जैसी ताज़ी मछलियों का समावेश करना चाहिए।

कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए क्या नहीं खाना चाहिए

कोलेट्रॉल कम करने के लिए हमे कुछ बातो का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता हैं, जैसे सैचुरेटिड फैट वाले पदार्थों का सेवन कम करना, नियमित व्यायाम, और पौष्टिक भोजन का सेवन करना, ताकि शरीर में खराब कोलस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ने से रोका जा सके। कोलेट्रॉल को कम करने के लिए हमे इन बातों का ध्यान रखना जरूरी होता हैं।

१. नमक का सेवन कम करें

कोशिश कीजिए की रोजाना एक चम्मच (2,300 मिलीग्राम) से अधिक नमक का सेवन ना करें, क्योंकि नमक में अधिक मात्रा में सोडियम पाया जाता हैं जो शरीर में एलडीएल याने खराब कोलस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता हैं, जिस कारण हृदय रोग और ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता हैं।

२. शराब कम मात्रा में पिए

शराब में कैलोरी मात्रा अधिक होती हैं, जिस कारण हमारा वजन बढ़ने लगता हैं, वजन बढ़ने के कारण एलडीएल का स्तर बढ़ जाता हैं और एचडीएल का स्तर घटने लगता हैं। अधिक मात्रा में शराब पीने से उच्च रक्तचाप की समस्या होने लगती हैं, जिस कारण हृदय रोग का खतरा भी बड़ जाता हैं।

३. जंक फूड या फास्ट फूड का सेवन कम करें

जंक फूड या फास्ट फूड में अधिक मात्रा में सैचुरेटिड फैट पाया जाता हैं, जो एलडीएल के स्तर को रक्त में बढ़ाता हैं, जिस कारण कोलेट्रॉल को समस्या से हमे सामना करना पड़ता हैं। तले पदार्थ, फ्रेंच फ्राइज़, फिज़ा, बर्गर, और अन्य फास्ट फूड का सेवन कम करें।

४. अंडे का पिला भाग, मास और दुग्द्यजन्य पदार्थ

अंडे का पिला भाग, मास और दुग्द्यजन्य पदार्थ खाना फायदेमंद भी हैं और इसका अधिक सेवन हमारे शरीर को नुकसान भी पहुंचा सकता हैं, क्योंकी इसमें अधिक मात्रा में वसा (फैट) होता हैं, जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को अधिक बढ़ाता हैं जिस कारण हमें हृदय विकार जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता हैं, इसीलिए इसका सेवन कम मात्रा में करे।

कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए कौन सा योग करें

कोलेट्रॉल बड़ने का एक कारण हमारी गतिहीन जीवनशैली भी हो सकती हैं। अगर हम रोज़ाना बैठकर काम करते हैं और कोई भी एक्सरसाइज या योगा नहीं करते, जिस कारण शरीर में मोटापा आ जाता हैं। मोटापा बढ़ने के कारण रक्त धमनियों पर तनाव पड़ता हैं, जिस कारण हमें रक्तचाप जैसी समस्या का सामना करना पड़ता हैं। रोजाना एक्सरसाइज या योगा करने से खराब कोलस्ट्रॉल के स्तर को कम किया जा सकता हैं।


कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए योग

  • कपालभाति 
  • चक्रासन
  • शलभासन
  • सर्वांगासन
  • पशिमोत्तानासन
  • अर्ध मत्स्येन्द्रासन
 

लोगों के द्वारा पूछे गए सवाल (FAQ):
Q. क्या खाने से कोलेस्ट्रॉल कम होता है?
Ans. हरी सब्जियां, ताजे फल और साबुत अनाज खाने से कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम किया जा सकता हैं।


Q. कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर क्या ना खाएं?
Ans. कोलेट्रॉल बड़ने पर हमे, नमक, फास्ट फूड या जंक फूड का सेवन नहीं करना चाहीए।

Q. कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण क्या होते हैं?
Ans. कोलेट्रॉल बड़ने पर शरीर में इस प्रकार के लक्षण दिख सकते हैं, जैसे त्वचा में पिला पन, अधिक थकान, पेट में दर्द, पैरों पर सूजन और दिल की धडकनों में तेज़ी।

Q. लहसुन खाने से कोलेस्ट्रॉल कम होता है क्या?
Ans. लहसुन को रोज खाली पेट खाने से कोलेस्ट्रॉल और फैट के स्तर को कम किया जा सकता हैं।

Q. शरीर में कोलेस्ट्रॉल कितना होना चाहिए?
Ans. शरीर में टोटल कोलेट्रॉल का समान्य स्तर 200 मिलीग्राम/डीएल से कम होना ठीक रहता हैं। जिसमें एलडीएल यानी बैड कोलेस्ट्रॉल 100 मिलीग्राम/डीएल से कम, एचडीएल यानि गुड कोलेस्ट्रॉल 60 मिलीग्राम/डीएल से ज्यादा होना बेहतर होता हैं।

कुछ आखरी बाते…..🖋️

दोस्तों, अगर हम कोलेस्ट्रॉल संबंधित दी गई जानकारी का सही तरीके से पालन करें तो हम रक्त में मौजूद खराब कोलेट्रॉल को कम करने में सफ़लता पा सकते हैं, साथ ही कोलेस्ट्रॉल कम करने की डाइट का विशेष ध्यान रखें।

इस लेख में दी गई जानकारी का उपयोग किसी बीमारियों को ठीक करने या स्वास्थ्य संबंधी समस्या को ठीक करने की गारंटी नहीं देता। चिकित्सा परीक्षण और उपचार के लिए हमेशा एक योग्य चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।


आशा करता हूं की आपको Best food for cholesterol control in hindi के विषय में दी गई जानकारी जरूर पसंद आई होंगी। आपकी प्रशंसा दर्शाने के लिए और अन्य किसी विषय पर जानकारी प्राप्त करने के लिए हमे कॉमेंट करके जरूर बताएं।

🙏 धन्यवाद 🙏

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